अपनी डफली अपना राग
काफ़िला साथ और सफ़र तन्हा . . .
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शेर-ओ-शायरी
कुछ इधर उधर की
शेर-ओ-शायरी
कुछ शेर और कवितायेँ
1. जगजीत
सिंह
की
याद
में
...
-उठासुराही ये शीशा-ओ-जामले साकी
-छिटफुट
2.
अब
क्या ग़ज़लसुनाऊँ - तलत अज़ीज़
3.
अब
अक्सर
चुप
-
चुप
से
रहे
हैं
यूँ
ही
कभू
लब
खोले
हैं-फ़िराक़ गोरखपुरी
4.
ग़ज़ल
का
साज़
उठाओ
बड़ी
उदास
है
रात-फ़िराक़ गोरखपुरी
5.
6.
तुम
भी
न
...
7.
8.
एक
शेर
9.
तबे
एकला
चलो
रे
10.
यह
कदम्ब
का
पेड़
अगर
माँ
होता
यमुना
तीरे
11.
कबीर
-
माया
महा
ठगनी
हम
जानी
12.
जीवन
-
दर्शन
13.
नर
हो
न
निराश
करो
मन
को
14.
हमारी
अंटरिया
पे
आजा
रे
संवरिया
15.
16.
जीवन
की
आपाधापी
में
17.
जाना
पहचाना
sher
18.
19.
ख़बर
होती
है
20.
शायर
हूँ कोईताजा गज़ल सोचरहा हूँ,
21.
कुछ
शेरो
शायरी
..
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